दो मिनट मे झटपट जल्दी से बनकर तैयार हो जाने वाली मैगी का आज हर कोई दीवाना है। बीते 37 सालों मे भारत मे मैगी का क्रैज़ इतना जादा बढ़ चुका है, प्रसिद्ध हो चुका है की बच्चा-बच्चा से लेकर बैचलर्स तक और बैचलर्स से लेकर बुर्ज तक आज हर किसी का Maggi “आल टाइम फैवरेट” बन चुका हैं जिसका नाम बच्चे से लेकर बुर्ज तक हर किसी के जुबान पर हमेशा रहता है, मैगी का नाम लेते ही हर किसी के मुह मे पानी आ जाता है.
पर क्या आप जानते है मैगी दुनिया मे कैसे आई?, झटपट बनकर तैयार हो जाने वाली नूडल्स को “मैगी” का नाम किसने दिया?, मैगी को क्यों बनाया गया? मैगी ने ऐसा क्या किया की वह करोड़ों लोगों की पसंद बन गई? और बार-बार controvercy के बाद भी मैगी बैन क्यो नहीं हुई? तो फिर चलिए जानते है मैगी को मजबूरी मे बनाने से लेकर करोड़ों लोगों की पसंद बनने तक की इसे पीछे की पूरी कहानी।
इसे भी पढे: Success Story Of Colonel Sanders: हजारों बार फेल हुए फिर 65 की उम्र मे खड़ा किया हजारों स्टोर वाला रेस्टोरेंट
मैगी का शुरुआत किसने किया था?
दर्सल, करोड़ों दिलों पर राज करने वाली मैगी की शुरुआत जूलियस मैगी मे 1872 मे मजबूरी मे किए थे। जूलियस जोहानस मैगी का जन्म स्विट्ज़रलैंड मे 1846 मे हुआ था। 23 साल की उम्र मे इन्होंने अपने पिता जी के फैक्ट्री मे काम करना शुरू कर दिए लेकिन उनके पिता का बिजनस कुछ अच्छा नहीं चल रहा था, इंडस्ट्री मे भारी गिरावट आने की वजह से उनके पिता का काम थप हो गया। जिसकी वजह से उन्होंने अपने दोस्त फिज़िशियन फ़्रीडोलिन शूलर के साथ हाथ मिलाकर फूड production बिजनस मे काम करना शुरू किए, शुरुआती दिनों मे उन्होंने fullprotein के साथ रेडीमेड सूप बनाकर बेचना शुरू किए लेकिन वह बुरी तरह से फेल हो गया। फिर जूलियस मैगी ने यह डिसिशन लिए की अब वह “Ready To use” और बहूत जल्दी से बनाए जाने वाला food ingredient बनाएंगे।
मजबूरी मे बनाना पड़ा था मैगी
फिर उन्होंने 1886 मे Ready to use सूप बनाकर बेचना शुरू कर दिए। उस समय स्विट्ज़रलैंड मे वह Industrial क्रांति का वक्त था, उस समय वहा की महिलाओं को फकटोरियों मे लंबे समय तक काम करना पड़ता था जिससे जादा घंटे काम करने की वजह से वहा की महिलाओं को खाने बनाने के लिए बहहोत कम समय मिलता था इस परेशानी को देखते हुई स्विस पब्लिक welfare society ने जूलियस मैगी की सहायता लिए फिर इसतरह से मजबूरी मे जन्म हुआ मैगी का। दिए। फिर जूलियस मैगी ने अपने प्रोडक्ट का नाम अपनया सर नेम यानि मैगी रखे और यही से शुरू हुआ मैगी की सफलता की कहानी फिर क्या धीरे-धीरे जूलियस मैगी का मैगी बाजार मे पोपुलर होने लगी।
Nestle ने खरीदा मैगी को
फिर उसके बाद जूलियस मैगी ने 1897 मे जर्मनी मे पहली बार मैगी को लॉन्च किए। मैगी 1912 तक एक बहूत बड़ा ब्रांड बन चुका था लेकिन 1912 मे ही जूलियस मैगी इस दुनिया को छोड़कर चले गए। जूलियस मैगी के न होने से उन्हे काम काज पर भी असर पड़ा और काइयों सालों तक मैगी धीरे धीरे चलता रहा। और अभी तक मैगी भारत मे भी नहीं आई थी फिर Nestle ने 1947 मे मैगी को खरीद लिया। फिर nestle ने मैगी की ऐसे मार्केटिंग strategey बनाया की उसे हर घर घर पहुच दिया।
भारत मे मैगी के पैर पसारते ही हो गई खूब पोपुलर
काफी समय बाद जाकर Nestle ने भारत मे 1984 मे मैगी लॉन्च किया . Nestle company ने कभी भी यह नहीं सोचा था की मैगी भारत मे इतना जादा पोपुलर होगा, 1997 तक मैगी भारत के लोगों पसंद आया लेकिन Maggi Noodles को बनाने का तरीका 1997 मे बदल दिया जिससे भारतीयों को मैगी का नया स्वाद पसंद नहीं आया और 2 सालों तक मैगी भारत मे काम बिका फिर 1999 मे मैगी फिर से अपने पुराने noodles को बनाने वाले तरीके पर या गई और तब से भारत मे maggi का क्रैज़ धीरे धीरे बढ़ने लगा।
हर साल 100 करोड़ खर्च करती है Nestle भारत मे प्रचार करने के लिए
आज दो मिनट मे झटपट बनाकर तैयार होजाने वाले दावे के साथ मैगी भारत मे करोड़ों दिलों मे राज करती है। और क्या आप जानते nestle हर साल भारत मे 100 करोड़ रुपये आदवर्टिस मे खर्च करती है जिसमे से सबसे जादा nestle मैगी की प्रचार करती है। और nestle लगभग maggi से भारत मे हर साल 1000 करोड़ कमाती है। भारत मे मैगी का क्रैज़ इतना अधिक हो चुका है की लोग जब noodles खरीदने के लिए दुकान पर जाते है तो दुकानदार से noodles नहीं मांगते है बल्कि मैगी कहकर मांगेते कय्ऑकी बहूत लोगों को नहीं पता की Maggie ब्रांड का नाम है।
मजबूरी से बनने से लेकर करोड़ों की पसंद बनने तक का सफर
तो ये थी मैगी का मजबूरी मे जन्म होने से लेकर करोड़ों लोगों का सबसे Favourite बनने तक का सफर।अगर आपको इस Post से थोड़ा सा भी Knowledge मिला हो तो प्लीज इसे अपने Family ,Friends , Relatives के साथ जरूर शेयर करे जिससे उन्हे भी उनके सबसे favourite नूडल मैगी के बारे मे knowledge पता चल सके। और Ise को लाइक कमेन्ट जरूर करिए।
इसे भी पढे: Job और Business मे क्या अंतर है? | Job Vs. Businesss in Hindi