Rom kya hai?आप लोग Smartphone और Computer का उपयोग तो करते होंगे आपके मन में एक सवाल उठता होगा। कि ROM क्या है (what is ROM in Hindi) लेकिन जब भी आप कभी Smartphone Computer Laptop खरीदने जाते हो तो आप लोगों का दुकानदार से सवाल होता है कि RAM और ROM कितने GB का है
आजकल RAM और ROM के बारे में बहुत कुछ सुनने को मिलता है लेकिन क्या आप जानना चाहते हैं कि ROM का साइज Smartphone , Computer या Laptop में कम होना चाहिए या ज्यादा। जब आप कभी भी Laptop, Computer या Smartphone खरीदते हो तो आप की इंटरनल Memory 32GB, 64GB का होता है लेकिन आपको उसमें सिर्फ 24 GB ही 32GB में से मिलता है और 50-55GB ही 64GB वाले में से मिलता है
तो आपने सोचा ऐसा क्यों होता है इसका भी जवाब आपको इस लेख में मिलेगा ROM एक प्रकार के नहीं होते हैं यह दिन प्रतिदिन टेक्नोलॉजी के हिसाब से बदलते हैं तो चलिए सीखते हैं ROM क्या होता है और इसके कितने प्रकार होते हैं
ROM क्या है?(what is ROM in Hindi)
ROM एक प्रकार की Memory है यह एक प्राइमरी Memory का Part है Computer memory दो प्रकार के होते हैं प्राइमरी और सेकेंडरी। Primary memory भी दो प्रकार की होती है RAM और दूसरा ROM।
ROM का फुल फॉर्म Read Only Memory है अब आपको इसके नाम से ही पता चल गया होगा कि इस Memory के डाटा को हम सिर्फ read कर सकते हैं ROM का उपयोग हम लोग Smartphone, Laptop या Computer में audio, video, image और file और अनेक प्रकार के application को स्टोर करने के लिए करते हैं
लेकिन यदि हम लोगों के पास अगर ज्यादा डाटा है तो उसके लिए हमें external memory के लिए डिवाइस जैसे – Pendrive, memory card, hard disk का उपयोग कर सकते हैं और इसके data को एक प्लेस से दूसरे प्लेस पर ले जा सकते हैं इसमें fixed प्रोग्राम होता है जिसमें एक बार प्रोग्रामिंग होने के बाद हम उसके डाटा को सिर्फ रीड कर सकते हैं और इस प्रोग्राम को हम चेंज या modify नहीं कर सकते हैं
जैसे जो आप Computer को खरीदने हैं तो उसमें BIOS प्रोग्राम होता है जो सिस्टम को ऑन करने में मदद करता है और यह Computer और ऑपरेटिंग सिस्टम को एक दूसरे से link करता है और BIOS Computer में पहले से रहता है और जिस memory में रहता है वह Memory ROM है इसका एक महत्वपूर्ण कार्य जब कभी भी आपके Computer या Laptop या Smartphone पावर सप्लाई बंद हो जाती है या फिर shutdown हो जाता है या फिर स्विच ऑफ हो जाता है इसमें जो भी डाटा रहता है वह गायब नहीं होता है डिलीट नहीं होता है
ROM उस डाटा को हमेशा हमेशा के लिए परमानेंट स्टोर करके रखता है इसीलिए इसको Permanent storage devices भी कहते हैं ROM एक Non-volatile Memory है जिससे हमारे Laptop Smartphone और Computer के बंद होने पर भी हमारा सहारा data सुरक्षित रहता है इस Memory का उपयोग Computer, Laptop और Smartphone में ही नहीं होता है और कई सारे electronic devices में भी उपयोग किया जाता है जैसे वाशिंग मशीन, माइक्रोवेव ओवन, टी वी AC, लिफ्ट आदि.
ROM कि विशेषताएं
- ROM एक non-volatile memory या permanent memory होती है।
- यह RAM की तुलना में सस्ती होती है
- ROM को केवल रीड कर सकते हैं
- ROM बहुत कम पावर को कंज्यूम करते हैं
- ROM में डाटा को प्रोग्राम करने के बाद उसे दोबारा change या modify नहीं कर सकता है
- Computer Smartphone से Laptop में पावर सप्लाई बंद होने पर भी ROM सारा data सेव करके रखता है
ROM कितने प्रकार के होते हैं?(types of ROM in Hindi)
- MROM
यह पहला ROM है जो आज के समय में इसका उपयोग बिलकुल भी नहीं होता है यह read only Memory hard wired device है जिसमें पहले से ही pre-programmed data और instruction स्टोर किया जाता है इस प्रकार का Memory उस समय में बहुत महंगे होते थे अभी इस ROM का उपयोग नहीं होता है
2.PROM
यह एक ऐसा ROM है जिसको हम सिर्फ एक बार ही change या modify कर सकते हैं change करने से मतलब यह है कि इसको आप सिर्फ एक बार चेंज करके अपडेट कर सकते हैं फिर उसके बाद इसको कभी भी change या update नहीं कर सकते हैं इसीलिए इसको One time programmable चीप भी कहते हैं
यूजर खाली इसको खरीदता है और वह अपने हिसाब से जो इंस्ट्रक्शन डालना चाहता है वो डाल सकता है इस Memory के अंदर में छोटे-छोटे फ्यूज होते हैं उसमे प्रोग्रामिंग के जरिए इंस्ट्रक्शन को डाला जाता है और फिर एक बार प्रोग्राम करने के बाद आप उसको डिलीट या फिर इरेज़ नहीं कर सकते हैं इसका उपयोग CTR मॉनिटर में किया जाता है