Firewall kya hai?-हम बात करेंगे की ‘Firewall‘ क्या है और यह क्यों जरूरी है इसके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं हर एक मनुष्य कुछ काम करने से पहले एक विषय में सोचता है जो है सुरक्षा जैसे हम लोग अपनी हेल्थ और अपनी लाइफ को सही तरीके से सुरक्षित रखने के लिए कई तरह के Security को अपनाते हैं
ठीक इसी प्रकार Computer को भी एक Security की जरूरत होती है जिससे वह Computer को ‘Malware’ और ‘Virus’ से बचा सके और Computer में सभी स्टोर डाटा को सुरक्षित रख सके। ताकि कोई भी दूसरा व्यक्ति उस डाटा को access ना कर सके। और इस Security का नाम है ‘Firewall’.
‘Firewall’ एक सिस्टम है जो Computer में मालवेयर को आने से रोकता है firewall virus को कैसे रोकता है और Computer को सुरक्षित कैसे रखता है और Computer के लिए यह क्यों जरूरी है चलिए इसके विषय में जानते हैं।
‘Firewall’ क्या है
‘Firewall’ एक प्रकार का Network Security system है जब कभी भी Computer इंटरनेट से जुड़ता है तब firewall Computer पर आने वाले internet से Unauthorized access ‘Malware’ और ‘Virus’ को रोकता है
जब कभी भी कोई हैकर Computer को एक्सेस करने की कोशिश करता है। तो ‘Firewall’ हमारे Computer की Utility Software और Hardware को प्रोटेक्ट करता है जिससे कोई भी Computer के डाटा को Access ना कर सके या चुरा ना सके।
चलीए एक उदाहरण के साथ समझते हैं जब कभी भी हम लोग Computer को इंटरनेट से कनेक्ट करते हैं और उसका इस्तेमाल कर हम किसी Website पर जाते हैं या फिर किसी फाइल को डाउनलोड करते हैं या किसी वीडियो को देखते हैं उसे डाउनलोड करते हैं या फिर हम इंटरनेट पर वर्क करते हैं तो firewall computer और इंटरनेट के मध्य एक Security wall खड़ा कर देता है तो ऐसे में सभी incoming और outgoing network ट्रैफिक को monitor करके control करता है। हमारे Computer में Firewall उसको आने से रोकता है।
Firewall काम कैसे करता है?
firewall एक प्रोटेक्ट वालों की तरह काम करता है जिससे Computer में कोई भी Unwanted सॉफ्टवेयर इंस्टॉल ना हो जाए या फिर कोई भी अनवांटेड फाइल डाउनलोड हो जाए जिसकी वजह से हमारे Computer पर ‘Virus’ का attack हो और वह हमारे सारे डेटा को डिलीट कर दें।
‘Firewall’ उन्हीं चीजों को अंदर आने देता है जिसे हम लोग allow करते है। Firewall किसी प्रकार का ‘Malware’ और ‘Virus’ को Computer में आने के लिए allow नहीं करता है।
यदि Computer में पहले से ही ‘Virus’ है और उस Computer से बहुत सारे Computer एक नेटवर्क में जुड़े हुए हैं तो Firewall एक Computer से दूसरे Computer में ‘Virus’ को जाने से रोकता है।
Firewall के features
Firewall Computer और laptop की सुरक्षा का काम करता है। चलिए इसके कुछ features के विषय में बात करते है।
Traffic monitoring
Firewall हमारे कंप्यूटर में incoming और outgoing सभी ट्रैफिक पर नजर रखता है क्योंकि कोई unwanted files या application हमारे कंप्यूटर में enter ना कर सके।
Control hackers
यदि आपके computer या laptop में firewall security नहीं है, तो hacker आपके computer या laptop को आसानी से हैक कर सकता है। और आपका सारा data चुरा सकता है। या फिर delete कर सकता है।
Virus filtering
यदि आपके कंप्यूटर में virus है और आपका कंप्यूटर एक network में जुड़ा है तो firewall एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में virus को जाने से रोकता हैं यदि आप कोई फाइल share कर रहे है तो firewall virus को जाने से रोकता है।
Bandwidth control and monitoring
Bandwidth control का उपयोग traffic को shape देने के लिए किया जाता है। और हमारे पास लिमिटेड bandwidth होता है। और उस हमे control रखना जरूरी होता है। Firewall का उपयोग करके आप website, application और यूजर के लिए bandwidth को control कर सकते है।
Firewall क्यों जरूरी है?
Firewall हमारे computer या laptop में एक सुरक्षा कवच की तरह काम करता है। यदि हमारे computer या laptop में कोइ virus या malware प्रवेश करने का प्रयास करता है तो firewall उसे प्रवेश करने से रोकता है। यदि हम अपने कंप्यूटर या laptop को सुरक्षित रखना चाहते है तो हमें firewall की आवश्यकता पड़ेगी।
Firewall के फायदे (advantages of firewall in Hindi )
- Firewall computer या laptop के लिए बहुत जरूरी है। Firewall computer या laptop को हानिकारक virus , malwares और spamming से हमारे कंप्यूटर को बचाता है जिससे हमारे data safe रहता है।
- Firewall computer या laptop में incoming और outgoing traffic को monitor करता है।
- Firewall computer को हैकर से हैक होने से बचाता है
- Firewall ट्रोजन हॉर्सेज जैसे पॉवरफुल virus को block करने बहुत ही मददगार है
- Firewall एक कंप्यूटर को ही नहीं virus, malware से बचाता है। अगर बहुत कंप्यूटर एक network में connected है तो एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में virus, malware को जाने से रोकता है।
- Firewall कंप्यूटर में सभी files , software को scan करता है और किसी भी software install करने से पहले उस software को scan करता है और फिर अनुमति लेने के बाद सॉफ्टवेयर को होने देता है।
Firewall कितने प्रकार के होते हैं – Types of Firewall in Hindi?
Firewall दो प्रकार के होते है एक Hardware firewall और दूसरा software firewall.
Software firewall
यह सबसे सस्ता firewall होता है जिसको किसी भी computer या laptop में आसानी से install किया जा सकता है। New generation के windows operating systems में जैसे – Windows 7, 8, 8.1, 10 के साथ inbuilt आता है।
यह by default on रहता है ताकि नए यूजर परेशानी ना हो। इसीलिए कंप्यूटर या लैपटॉप की सुरक्षा के लिए ये features पहले से ही enable रहता है। ताकि हमारे कंप्यूटर और laptop को protect कर सके।
और users चाहे तो अपने जरुरत के हिसाब से इसके setting को change कर सकते है। इसके अलावा ऐसे बहुत सारे इंटरनेट पर aitivirus available है। जैसे – avast, Barton, quick heal.
जब आप कोई भी software या application अपने windows में install करते है तो आपके सामने एक popup window open होती है और वह आपसे permission मांगती है। उस program को run करने के लिए। क्योंकि Firewall इस प्रोग्राम को block। कर दिया है। आप चाहे तो yes करके आप अपने software या application को install कर सकते है software firewall इसी तरह काम करता है और हमारे कंप्यूटर या laptop के data को हैकर से हैक होने से, virus और malware से बचाता है।
Hardware Firewall
Hardware firewall ज्यादातर बड़ी बड़ी कंपनिया यूज करती है यह एक फिजिकल device के रूप में होता है। और यह महंगा होता है। Hardware firewall सभी router में होता है जो एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में virus, malware unwanted files को जाने से रोकता है। जैसे मान लीजिए कि एक network में बहुत सारे कंप्यूटर जुड़े हुए है।
इसके लिए जिस भी router या madem का इयोग किया जा रहा है। उसमे firewall को enable कर दिया जाय तो जितने कंप्यूटर उस router से connected होंगे उन सभी को firewall protect करेगा और virus , malware से सुरक्षित रखेगा। कंप्यूटर से हर एक निकलता हुए request data packet के फार्म में निकलता है। और उस data packet के साथ network ID भी जुड़ा होता है।
तो जब भी server se उस data packet यानी request का reply at है। तो उस data packet के साथ network ID भी जुड़ा रहता है जिसके माध्यम से firewall को पता चल जाता है कि data सही है। अगर कोई और data packet uske साथ आता है तो firewall उसे बाहर है रोक देता है।
यदि आपके कंप्यूटर में वायरस है और आपका कंप्यूटर एक network में जुड़ा है जिसमे बहुत सारे कंप्यूटर जुड़े हुए है तो Firewall उस वायरस को दूसरे कंप्यूटर में जाने से भी रोकता है।